Language/Moroccan-arabic/Grammar/Affirmative-Imperative/hi
हेडिंग स्तर 1[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करें]
हेडिंग स्तर 2[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करें]
हेडिंग स्तर 3[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करें]
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हेडिंग स्तर 2[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करें]
हेडिंग स्तर 1[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करें]
इस पाठ में, आप सकारात्मक आदेश मूड में क्रियाओं को संज्ञान में लाना सीखेंगे।
सकारात्मक आदेश[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करें]
सकारात्मक आदेश में, आप किसी भी वाक्य को एक विशेष तरीके से बनाने के लिए कहते हैं। आप इस मूड में क्रियाओं का उपयोग करते हुए किसी को आदेश दे सकते हैं।
उदाहरण के लिए, इस वाक्य को देखें: "खाना खाओ।" इस वाक्य में, "खाओ" एक सकारात्मक आदेश है।
इस मूड में, क्रिया के आखरी अक्षरों को बदलने की जरूरत होती है। क्रिया के अंतिम अक्षरों को निम्नलिखित तरीकों में बदला जाता है:
|| संज्ञा || सकारात्मक आदेश के लिए क्रिया उदाहरण || सकारात्मक आदेश के लिए आवश्यक बदलाव || |- | सिकूका (Sikuka) || खाना (Khaana) || खाओ (Khao) | |- | सक्कान (Sukkaan) || पीना (Peena) || पिओ (Pio) | |- | ष्रब (Shrab) || पीना (Peena) || पिओ (Pio) | |- | फरश (Farash) || सोना (Sona) || सो (So) |
उपयोगी सूचना: सकारात्मक आदेश में, आप आवश्यकता अनुसार विराम चिह्न का उपयोग कर सकते हैं। इससे आपके वाक्य और अधिक स्पष्ट होंगे।
अब आप जानते हैं कि सकारात्मक आदेश में क्रियाओं को कैसे बनाया जाता है। यदि आपके पास कोई प्रश्न हैं, तो कृपया अपने अध्यापक से पूछें।
- सकारात्मक आदेश में क्रियाएँ बनाने के लिए क्या बदलाव किया जाता है?
- सकारात्मक आदेश में क्रियाएं कब बनाई जाती हैं?
- सकारात्मक आदेश क्या है?
- सकारात्मक आदेश में क्रियाओं को बनाने में कौन से बदलाव किए जाते हैं?
अन्य पाठ[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करें]
- 0 से A1 कोर्स → व्याकरण → भविष्य काल
- 0 से A1 कोर्स → व्याकरण → उच्चारण
- 0 से A1 कोर्स → व्याकरण → दिशात्मक सम्प्रेषण
- 0 से A1 पाठ्यक्रम → व्याकरण → स्वामित्व संबंधी सर्वनाम
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- 0 से A1 कोर्स → व्याकरण → विशेषण सहमति
- 0 से A1 कोर्स → व्याकरण → दर्शक
- 0 से A1 कोर्स → व्याकरण → वर्तमान काल
- 0 to A1 Course
- 0 से A1 कोर्स → व्याकरण → तुलनात्मक और उत्कृष्ट विशेषण
- 0 से A1 कोर्स → व्याकरण → लिंग और बहुवचन
- 0 से A1 तक का पाठ्यक्रम → व्याकरण → अतीत काल
- 0 से A1 कोर्स → व्याकरण → समयगत सम्बन्धवाचक